अलीगढ़-गाजियाबाद एनएच- 91 व बुलंदशहर-मेरठ एनएच 235 को ङ्क्षलक करने वाला फोरलेन बाइपास अब जल्द सदर तहसील में निर्माण किया जाए। आपको बता दें कि इस बायपास के बन जाने के बाद दोनों राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात को रफ्तार मिलेगी।
केंद्र व प्रदेश सरकार सड़कों का जाल बिछाकर एनसीआर नहीं, केवल एनसीआर ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में यातायात व्यवस्था बेहतर करने के प्रयास में जुटी हुई है। केंद्र सरकार के द्वारा उत्तर प्रदेश के साथ ही साथ पूरे भारत के राज्यों की सड़कों का निर्माण किया जा रहा है और उन्हें बेहतरीन बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने बुलंदशहर-मेरठ एनएच-235 के फोरलेन बनाने के दौरान बुलंदशहर-मेरठ एनएच-235 व अलीगढ़-गाजियाबाद एनएच-91 को जोडऩे के लिए कनेक्टीविटी फोरलेन बाइपास बनाने का आदेश जारी हुआ था। पिछले साल एनएचआइ ने कनेक्टीविटी फोरलेन बाइपास को बनाने को जून माह में आठ गांव में जमीन का सर्वे कराया था लेकिन विस चुनाव के चलते जमीन अधिग्रहण का नोटिफिकेशन जारी करने पर ब्रेक लग गया था।
आपको बता दें कि आप चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो गई है अब इस बायपास को बनाने के कार्य में तेजी आएगा और साथ ही साथ उम्मीद है कि मई के महीने तक जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
तीन किलोमीटर का होगा फोरलेन बाइपास-
एनएच-91 व एनएच-235 को ङ्क्षलक करने वाला कनेक्टीविटी बाइपास की लंबाई 3 KM तक होगी। आपको बता दें कि यातायात के दबाव को देखते हुए बायपास को फोरलेन बनाया जाएगा।
इन गांव में होगा बाइपास को जमीन अधिग्रहण-
सदर तहसील के गांव अल्लीपुर गिझौरी,कुडवल बनारस, काजमपुर देवली, कमालपुर,औढ़ेरा उर्फ नवादा,असदुल्लापुर, अड़ौली,चंदेरू, दरियापुर में कनेक्टीविटी बाइपास बनाने को जमीन अधिग्रहण किया जाएगा।
ऊपरी गंग नहर पर बनेंगे दो पूल
कनेक्टीविटी बाइपास के बीच दो ऊपरी और निचली गंग नहर बीच में आ रही हैं। नहरें पार करने को एनएचएआइ को दो पूल का निर्माण करना होगा। तभी बाइपास पार हो पाएगा।