बढ़ती उम्र में जोड़ों का दर्द होना बेहद सामान्य माना जाता है क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ-साथ हड्डियां कैल्शियम खोने लगती हैं और कमजोर हड्डियों के कारण जोड़ों में दर्द की शिकायत शुरू होती है लेकिन अगर आपको कम उम्र से ही जोड़ों में दर्द होने लगे तो। जी हां, आजकल बहुत से युवा जोड़ों के दर्द की शिकायत करते हैं। इसके पीछे कई कारण जैसे चोट, मोटापा, संरचनात्मक असामान्यताएं, मांसपेशियों में लचीलेपन की कमी आदि जिम्मेदार होती हैं। मगर कई बार गलत लाइफस्टाइल भी जोड़ों का दर्द दे सकती है। तो आईए जानते हैं इसके बारे में-
वजन बढ़ने के साथ व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जोड़ों का दर्द भी इन्हीं में से एक है। दरअसल, जब आपका वजन बढ़ जाता है तो यह घुटनों के फ्रेम पर दबाव डालता है। यह आपकी पीठ, कूल्हों और पैरों को भी प्रभावित करता है। शरीर का वजन बढ़ने से या वजन का जोड़ों पर दबाव पड़ने से सूजन होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए वजन को नियंत्रित रखने का प्रयास करें।
आपको शायद जानकर हैरानी हो लेकिन आपके जूते भी जोड़ों के दर्द की वजह बन सकते हैं। गलत साइज के जूते आपके पैरों और एड़ियों के लिए सही नहीं होते। ये आपके घुटनों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। अगर आप खिलाड़ी हैं या काफी चलने-दौड़ने का काम करते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपके जूते आपके लिए बिल्कुल सही हैं।
कभी भी भारी बैग लादकर लंबे समय तक कैरी न करें। यह भी गर्दन व कंधे के दर्द का कारण बन सकता है। साथ ही कंधे पर भारी वजन आपके संतुलन को भी बिगाड़ देता है। पीठ पर लगातर वजन लादकर चलने से जोड़ों में दर्द के अलावा मांसपेशियों में भी खिंचाव व दर्द हो सकता है।