Whatsapp ने कह दिया कि वह ‘मुफ्त’ नहीं है, बस पैसे के बदले कुछ और लेगा

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अगर आप भी Whatsapp का इस्तेमाल करते हैं तो सावधान हो जाइये वाट्सएप ने कुछ नए नियम बनाए हैं जिसको आपको मानना ही पड़ेगा. न करने का कोई विकल्प नहीं है वाट्सएप के नए नियमों को. अब आपकी कई चीज़ें निगरानी में हैं संभल जाइये औऱ सिर्फ वही शेयर करिए जिसके लीक हो जाने से आपको कोई परेशानी न हो.

WhatsApp privacy policy update: भारत में Facebook और Whatsapp का इस्तेमाल करना आम सी बात है. हर वर्ग हर उम्र के लोग करते हैं. फेसबुक और वाट्सएप कंपनियों के लिए भी भारत खास है. इन कंपनियों ने एक तरीके से फ्री सेवा देकर हर किसी को अपने साथ जोड़े रखा है. हाल ही में एक डाक्यूमेंट्री फिल्म भी आयी थी इस फिल्म का नाम था ‘सोशल डाइलेमा’ फिल्म में फेसबुक, वाट्सएप, इंस्टाग्राम और ट्वीटर जैसे प्लेटफार्म को लेकर एक डॅायलाग भी इस्तेमाल किया था. वह डॅायलाग था कि ‘अगर आप किसी भी प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं और उसके पैसे नहीं चुका रहे हैं तो समझ लीजिए कि आप ही प्रोडक्ट हैं.’ इसी डायलाग को अब वाट्सएप के साथ जोड़ा जा रहा है. अभी तक आपकी गोपनीयता को बचाय रखने का वादा करने वाला वाट्सएप अब बदल गया है. वाट्सएप ने अपने टर्म एंड कंडीशन में बदलाव कर दिए हैं और आपके पास नए नियमों को अस्वीकार करने का विकल्प भी नहीं है. ये ठीक वैसा ही है कि आपको हमारी बात माननी ही पड़ेगी न करने का कोई विकल्प है ही नहीं. जिस तरह से ‘भारतीय बाप’ का कहना होता है या तो मेरी बात मान जाओ या फिर घर छोड़ कर निकल जाओ.

वाट्सएप भी अब इसी भूमिका में है वह अपनी बात बस मनवाना चाहता है. वाट्सएप की नई पालिसी के अनुसार हर भारतीय वाट्सएप यूजर को 8 फरवरी 2021 तक वाट्सएप के नए नियमों को स्वीकार्य कर लेना होगा वरना 9 फरवरी से उसका अकाउंट स्वत: डिलीट हो जाएगा. इस नए नियम के अनुसार वाट्सएप चाहता है कि आपका कुछ डेटा फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफार्म को शेयर किया जाएगा.

वाट्सएप आपकी कुछ चीज़ों की न सिर्फ निगरानी करेगा बल्कि उसे थर्ड पार्टी को शेयर भी करेगा. वाट्सएप निगरानी करेगा कि आप कितनी देर आनलाइन रहते हैं, आनलाइन रहते हैं तो क्या करते हैं. आप कौन सा फोन इस्तेमाल करते हैं और उस फोन की बेसिक चीज़ें जैसे कि उसका आईपी एड्रेस, बैटरी लेवल वगैरह क्या है. वाट्सएप पर आप किस तरह के कंटेंट को पसंद करते हैं.

क्या सबसे अधिक देखते हैं, सबसे अधिक जो कंटेंट आप देखते होंगे वह बेसिक डेटा वाट्सएप थर्ड पार्टी को शेयर कर देगा फिर फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफार्म पर आपको उसी से मिलता जुलता कंटेंट दिखाया जाएगा. इसे आप यूं समझ लीजिए जैसे आप फ्लिपकार्ट और अमेज़न जैसे प्लेटफार्म पर कुछ भी सर्च करते हैं तो फेसबुक और इंस्टाग्राम पर उसी प्रोडक्ट का विज्ञापन भी आपके सामने आने लगता है.

अब आप वाट्सएप पर भी जो कंटेंट शेयर करेंगें वैसा ही कंटेंट या विज्ञापन आपको फेसबुक और इंस्टाग्राम पर दिखाया जाएगा. नई पॅालिसी सुरक्षित है या नहीं है इसपर अभी जानकारों के अलग अलग मत हैं, लेकिन अधिकतर इसे वाट्सएप की तानाशाही ही मान रहे हैं, जो वाट्सएप निजता की बातें करती थी अब उसके रवैय्या बदल जाने से काफी लोग वाट्सएप को नहीं इस्तेमाल करना चाह रहे हैं और अगले सोशल मीडिया एकाउंट के नियमों को समझ रहे हैं.

वाट्सएप नए नियमों की शर्तों के साथ अगर आप भी इस्तेमाल करते हैं तो सावधान हो जाइये औऱ वाट्सएप के नए नियमों को ध्यान में रखते हुए अपने वाट्सएप पर सिर्फ वही कंटेंट शेयर करें जिसके लीक होने से आपको कोई परेशानी न हो.

वाट्सएप के नए नियम सुरक्षित है या खतरनाक इसपर चर्चा लगातार हो रही है लेकिन अगर वाकई वाट्सएप हमारी गोपनीयता को खत्म करने का काम करता है तो हमारी भारत सरकार को भी इसको अपने संज्ञान में लेना चाहिए और भारतीय कानून में संशोधन कर ऐसे ऐप को भारत में काम करने के लिए गोपनियता बनाए रखने के लिए मजबूर करना चाहिए.

करोड़ों की संख्या में भारतीय इन सोशल प्लेटफार्म्स का इस्तेमाल करते हैं उनकी सुरक्षा की गारंटी भी सरकार की ही है. वाट्सएप हो या कोई भी प्लेटफार्म हो उसे सिर्फ वही डेटा शेयर करना चाहिए जो बेसिक हो वरना उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाई हो. निजता का अधिकार भारतीय संविधान ने दिया है इसकी रक्षा होनी चाहिए.

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