भारत में IPO और QIP बाज़ार में उछाल: निवेशकों का बढ़ता भरोसा

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India IPO and QIP Market 2025
India IPO and QIP Market 2025: $17 billion in deals, led by banking sector

नई दिल्ली, 10 जुलाई 2025: भारत का वित्तीय बाज़ार वैश्विक चुनौतियों के बीच चमक रहा है। 2025 की दूसरी तिमाही (Q2) में 582 सौदों में 17 बिलियन डॉलर जुटाए गए। बैंकिंग सेक्टर ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के ज़रिए 49% फंडिंग का नेतृत्व किया। जून में IPO की मात्रा और मूल्य में उछाल आया। यह भारतीय अर्थव्यवस्था की मज़बूती को दर्शाता है।

डीलमेकिंग का परिदृश्य

डील गतिविधियाँ शुरुआत में धीमी थीं। भू-राजनीतिक तनाव ने निवेशकों को सतर्क किया। जून में बाज़ार ने रफ्तार पकड़ी। छह बैंकों ने QIP से 1.1 बिलियन डॉलर जुटाए। यह संस्थागत निवेशकों के विश्वास को दिखाता है।

बैंकिंग सेक्टर की अगुवाई

बैंकिंग सेक्टर ने असाधारण प्रदर्शन किया। विदेशी निवेशकों ने M&A में रुचि दिखाई। टेक्नोलॉजी और उपभोक्ता क्षेत्रों में निवेश बढ़ा। विशेषज्ञों ने 2025 की दूसरी छमाही में डील्स की तेज़ी की भविष्यवाणी की। भारत की स्थिर नीतियाँ इसका आधार हैं।

QIP और IPO का प्रदर्शन

QIP ने स्थिरता दिखाई। 16 इश्यूज़ में 2.2 बिलियन डॉलर जुटाए गए। यह पिछले तिमाही के समान है। IPO बाज़ार में सुधार हुआ। जून दूसरी सबसे बड़ी मासिक मात्रा वाला महीना रहा।

वैश्विक चुनौतियाँ

मध्य पूर्व के तनाव ने असर डाला। अमेरिकी नीति परिवर्तनों ने अनिश्चितता बढ़ाई। सोने की कीमतों में उछाल ने सतर्कता बढ़ाई। फिर भी, भारत का बाज़ार आशावादी रहा। निवेशकों ने दीर्घकालिक अवसरों पर ध्यान दिया।

भविष्य की संभावनाएँ

2025 में बड़े IPO की उम्मीद है। NSDL, HDB फाइनेंशियल, और टाटा कैपिटल चर्चा में हैं। ये कंपनियाँ बाज़ार में उत्साह लाएँगी। स्टार्टअप्स भी IPO की दौड़ में हैं। यह बाज़ार की परिपक्वता को दर्शाता है।

ताज़ा अपडेट्स

  • 9 जुलाई 2025: Cryogenic OGS और Chemkart India के IPO की घोषणा।
  • 10 जुलाई 2025: Smartworks Coworking Spaces IPO की समीक्षा शुरू।
  • 10 जुलाई 2025: ICICI प्रूडेंशियल AMC का 10,000 करोड़ रुपये का IPO प्रस्तावित।

प्रभाव

बैंकिंग सेक्टर की अगुवाई मज़बूत रही। सरकारी बैंक 2025-26 में 5.25 बिलियन डॉलर जुटाने की योजना बना रहे हैं। यह पूँजीकरण को मज़बूत करेगा। भारत का वित्तीय बाज़ार वैश्विक मंदी में स्थिर है। निवेशकों के लिए यह सुनहरा अवसर है।

निष्कर्ष

भारत का IPO और QIP बाज़ार 2025 में निवेशकों के लिए आशाजनक है। बैंकिंग सेक्टर की अगुवाई और नीतिगत स्थिरता ने भारत को वैश्विक निवेश का केंद्र बनाया। वैश्विक चुनौतियों के बावजूद, बाज़ार की गतिविधियाँ आशावाद को दर्शाती हैं। निवेशकों को दीर्घकालिक रणनीति अपनानी चाहिए। यह भारत की आर्थिक मज़बूती का प्रमाण है।

FAQ

1. 2025 में भारत में कितने IPO की उम्मीद है?
NSDL, HDB फाइनेंशियल, और टाटा कैपिटल सहित कई बड़े IPO की योजना है।
2. QIP फंडिंग में बैंकिंग सेक्टर की क्या भूमिका है?
बैंकिंग सेक्टर ने Q2 में 49% फंडिंग जुटाई, जो पूँजीकरण को मज़बूत करता है।
3. क्या वैश्विक तनाव भारत के बाज़ार को प्रभावित करेंगे?
मध्य पूर्व और अमेरिकी नीतियाँ असर डाल सकती हैं, लेकिन भारत का बाज़ार स्थिर है।
4. निवेशकों के लिए कौन से क्षेत्र आकर्षक हैं?
टेक्नोलॉजी, उपभोक्ता, और बैंकिंग क्षेत्र में निवेश के अवसर हैं।
5. IPO में निवेश कैसे करें?
डिमैट खाता खोलें और स्टॉक एक्सचेंज या ब्रोकर के ज़रिए आवेदन करें।

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