क्रेडिट कार्ड EMI का परिचय
क्रेडिट कार्ड EMI वह सुविधा है जो महंगे उत्पादों की खरीदारी को एकमुश्त भुगतान के बजाय निश्चित मासिक किस्तों में बदल देती है। EMI का पूरा नाम Equated Monthly Installment है। बैंक द्वारा निर्धारित अवधि 3 से 24 महीने तक होती है। न्यूनतम ट्रांजेक्शन राशि आमतौर पर 3000 से 5000 रुपये होती है। इस सुविधा से उपयोगकर्ता क्रेडिट कार्ड बिल को छोटी-छोटी किस्तों में चुकाते हैं।
EMI के प्रकार
क्रेडिट कार्ड EMI दो प्रकार की होती है। पहला मर्चेंट EMI, जो ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जैसे Flipkart या Amazon पर चेकआउट के समय उपलब्ध होता है। यहां मर्चेंट और बैंक मिलकर EMI विकल्प प्रदान करते हैं। दूसरा बैंक कन्वर्जन EMI, जो खरीदारी के बाद 2 से 30 दिनों के अंदर बैंक ऐप, नेटबैंकिंग या कस्टमर केयर के माध्यम से ट्रांजेक्शन को EMI में बदलने की सुविधा देता है।
EMI कैसे काम करती है
क्रेडिट कार्ड EMI चालू करने की प्रक्रिया सरल है। उपयोगकर्ता चेकआउट पर EMI विकल्प चुनता है या बैंक ऐप से ट्रांजेक्शन कन्वर्ट करता है। बैंक मर्चेंट को पूरी राशि तुरंत चुकाता है। उपयोगकर्ता क्रेडिट कार्ड बिल के माध्यम से निश्चित मासिक EMI चुकाता है। EMI राशि मासिक स्टेटमेंट में जुड़ जाती है, जो SMS या ईमेल के जरिए भेजी जाती है। EMI अमाउंट क्रेडिट लिमिट में ब्लॉक रहता है, जो पूरी चुकौती पर रिलीज होता है। अवधि के विकल्प 3, 6, 9, 12, 18 या 24 महीने होते हैं। प्रोसेसिंग फीस 0 से 999 रुपये तक लग सकती है। फेस्टिवल पर नो-कॉस्ट EMI उपलब्ध होती है।
EMI के फायदे
क्रेडिट कार्ड EMI से महंगे सामान की तुरंत खरीदारी संभव हो जाती है। निश्चित मासिक किस्तें वित्तीय योजना आसान बनाती हैं। आय के आधार पर खर्च प्रबंधन किया जा सकता है। फेस्टिवल पर नो-कॉस्ट EMI से कोई अतिरिक्त ब्याज नहीं लगता। क्रेडिट लिमिट धीरे-धीरे रिलीज होती है, जो पूरी चुकौती तक ब्लॉक नहीं रहती।
EMI के जोखिम
क्रेडिट कार्ड EMI में बैंक प्रोसेसिंग फीस और ब्याज लगता है, जो कुल लागत बढ़ा देता है। देरी पर 36 से 40 प्रतिशत तक लेट फीस लगती है। कानूनी जोखिम भी बढ़ जाता है। पूरा अमाउंट पहले ही क्रेडिट लिमिट में ब्लॉक हो जाता है, जिससे उपलब्ध क्रेडिट कम हो जाता है। उच्च ब्याज दर पर EMI महंगी पड़ती है।
कब चुनें EMI
क्रेडिट कार्ड EMI तब चुनें जब नो-कॉस्ट या कम ब्याज वाली सुविधा उपलब्ध हो। इमरजेंसी या जरूरी खरीदारी के लिए उपयुक्त है। मासिक आय से 3 से 6 महीने की किस्तें आसानी से चुकाई जा सकें। फिक्स्ड मासिक किस्तें आय से मेल खाएं।
कब बचें EMI
क्रेडिट कार्ड EMI से बचें जब ब्याज दर 18 प्रतिशत से ऊपर हो। आय अस्थिर होने पर जोखिम बढ़ता है। पहले से कई EMI चल रही हों। शौक या लग्जरी आइटम के लिए न चुनें। शुल्क, लेट फीस या कानूनी जोखिम की जानकारी न हो।
महत्वपूर्ण तथ्य
EMI न्यूनतम 3000 से 5000 रुपये के ट्रांजेक्शन पर उपलब्ध होती है। ब्याज दरें 13 से 24 प्रतिशत सालाना रहती हैं। मासिक स्टेटमेंट में EMI डिटेल्स और बैलेंस दिखता है।











