चंद्रयान-4 की उड़ान: ISRO का 2028 में चंद्रमा से नमूने लाने का मिशन
बेंगलुरु, 11 जून 2025: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने बुधवार को चंद्रयान-4 मिशन की घोषणा की, जो 2028 में चंद्रमा के दक्षिणी ध्रव से मिट्टी के नमूने लाएगा। यह भारत का सबसे जटिल अंतरिक्ष मिशन होगा। यह लेख मिशन, तकनीक, और महत्व पर चर्चा करता है।
मिशन का विवरण
चंद्रयान-4 में एक लैंडर, रोवर, और ऑर्बिटर शामिल होंगे। यह चंद्रमा के दक्षिणी ध्रव पर उतरेगा और 5 किलो मिट्टी के नमूने वापस लाएगा। ISRO प्रमुख एस. सोमनाथ ने कहा, “यह मिशन भारत को अंतरिक्ष शक्ति बनाएगा।”
तकनीकी पहलू
मिशन LVM-3 रॉकेट से लॉन्च होगा। रोवर AI तकनीक से लैस होगा, जो नमूने एकत्र करेगा। लैंडर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा।
पृष्ठभूमि
चंद्रयान-3 (2023) की सफलता ने भारत को चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बनाया। चंद्रयान-4 इस विरासत को आगे बढ़ाएगा।
प्रतिक्रियाएँ
हिंदी समाचार India TV ने इसे “भारत की अंतरिक्ष जीत” बताया। वैज्ञानिक समुदाय ने उत्साह दिखाया।
भविष्य
चंद्रयान-4 भारत के मंगल मिशन और मानव अंतरिक्ष उड़ान को बढ़ावा देगा।