UP Politics: पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी से नेताओं का पलायन जारी है। कद्दावर मुस्लिम नेता गुड्डु जमाली ने बसपा को अलविदा कह दिया है और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में शामिल हो गए हैं। बुधवार को लखनऊ स्थित प्रदेश पार्टी कार्यालय में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने उन्हें औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल कराया. जमाली के साथ आने से पूर्वी यूपी खासकर आजमगढ़ में सपा की स्थिति मजबूत होगी।
गुड्डु जमाली के सदस्यता ग्रहण करने के मौके पर अखिलेश यादव ने कहा कि जैसे समुद्र मंथन हुआ था, उसी तरह आज संविधान का मंथन होने जा रहा है, एक तरफ संविधान बचाने वाले लोग हैं, दूसरी तरफ वे लोग हैं जो लोग संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं, ये चुनाव संविधान को मथने वाला है। हम 2024 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए तैयार हैं।
गुड्डु जमाली राजनीति के साथ-साथ बिजनेस भी करते हैं, बिजनेसमैन कभी भेदभाव नहीं करता. हम शाह आलम उर्फ़ गुड्डु जमाली जी का स्वागत करते हैं। सूत्रों के मुताबिक, जमाली को सपा सुप्रीमो स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे से खाली हुई विधान परिषद सीट से एमएलसी बनाया जा सकता है।
बसपा ने उपचुनाव में बनाया था उम्मीदवार
2022 विधानसभा में करहल सीट से चुनाव जीतने के बाद सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था. 2019 में उन्होंने आज़मगढ़ लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी जिसके चलते इस सीट पर उपचुनाव कराना पड़ा. सपा की ओर से जहां पूर्व सांसद और अखिलेश के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव मैदान में थे, वहीं बीजेपी ने भोजपुरी फिल्म स्टार दिनेशलाल यादव उर्फ निरहुआ को टिकट दिया था।
वहीं, बसपा ने कद्दावर नेता गुड्डु जमाली को टिकट दिया। उनके मैदान में आने के बाद सपा की जीत की राह मुश्किल हो गई और बीजेपी ने आखिरकार अखिलेश यादव के इस गढ़ को ध्वस्त कर दिया. इस चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे जमाली को 2.66 लाख वोट मिले. गुड्डू जमाली दो बार (2012 और 2017) आज़मगढ़ की मुबारकपुर विधानसभा सीट से विधायकी का चुनाव जीत चुके हैं. उन्होंने नवंबर 2021 में बीएसपी से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, बाद में वह फिर से पार्टी में शामिल हो गए।
आजमगढ़ हुई अब सुरक्षित !
जून 2022 में हुए आज़मगढ़ उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार और भोजपुरी सिनेमा स्टार दिनेशलाल यादव निरहुआ ने करीब 10 हजार वोटों से जीत हासिल की थी. गुड्डु जमाली के समाजवादी पार्टी में शामिल होने से आज़मगढ़ और आसपास की सीटों पर मुस्लिम-यादव समीकरण मजबूत होगा. जिससे पार्टी वोटों के इस अंतर को आसानी से पाट सकती है और एक बार फिर से अपना गढ़ हासिल कर सकती है. बदायूं से टिकट कटने के बाद अटकलें लगाई जा रही हैं कि धर्मेंद्र यादव को यहां शिफ्ट किया जा सकता है. सपा की पहली सूची में धर्मेंद्र यादव को यहां भेजा जा सकता है। सपा की पहली सूची में धर्मेंद्र यादव को बदायूं से टिकट दिया गया था, लेकिन तीसरी सूची में उनकी जगह शिवपाल यादव को उम्मीदवार बनाया गया.
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