सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है, और इस बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पर जोरदार हमला बोला है।
ओवैसी ने शहबाज शरीफ की हालिया धमकियों का जवाब देते हुए कहा कि भारत के पास ब्रह्मोस मिसाइल है, और ऐसी बकवास बंद कर देनी चाहिए। यह बयान तब आया जब पाकिस्तान ने भारत पर पानी रोकने की धमकी दी, जिसके बाद ओवैसी ने रणनीतिक जवाबी कार्रवाई की वकालत की।
शहबाज शरीफ की टिप्पणी
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हाल ही में दावा किया कि भारत उनके देश का पानी नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा, “मैं आज दुश्मन को बताना चाहता हूं कि अगर आप हमारा पानी रोकने की धमकी देते हैं तो यह बात ध्यान में रखें कि आप पाकिस्तान के पानी की एक बूंद भी नहीं छीन सकते।” शरीफ ने आगे चेतावनी दी कि अगर भारत ने ऐसा कोई कदम उठाया तो उसे सबक सिखाया जाएगा, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया।
ओवैसी का पलटवार
इस धमकी का जवाब देते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “शहबाज शरीफ बकवास मत करो। हमारे पास ब्रह्मोस मिसाइल है, उसके सामने तुम्हारी सेना नहीं टिक पाएगी।” हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने जोर देकर कहा कि भारत पर ऐसी धमकियों का कोई असर नहीं होगा और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि भारत को पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच खेलने से भी परहेज करना चाहिए, क्योंकि यह देश लगातार धमकियां दे रहा है। ओवैसी ने कहा, “मैं क्रिकेट मैच देखने नहीं जा रहा। मेरी अंतरात्मा और दिल इसकी इजाजत नहीं देता। हमें उस देश के लोगों के साथ क्रिकेट क्यों खेलना है जो हमें हर दिन धमकी देता है?”
घटनाक्रम का पृष्ठभूमि
यह बयान तब आया जब भारत ने हाल के आतंकी हमले के बाद सिंधु जल संधि को स्थगित करने की घोषणा की थी। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने कई दंडात्मक कदम उठाए, जिसमें यह संधि शामिल थी। पाकिस्तान ने इस कदम को लेकर बार-बार चेतावनी दी है कि पानी रोकना युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा, जिसके जवाब में ओवैसी ने सैन्य और कूटनीतिक मजबूती पर जोर दिया।
रणनीतिक और राजनीतिक पहलू
ओवैसी का बयान भारत की सैन्य शक्ति, खासकर ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत को रेखांकित करता है, जो सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है और भारत-रूस संयुक्त उद्यम का परिणाम है। उनका यह बयान न केवल शहबाज शरीफ को जवाब देता है, बल्कि यह भी संकेत देता है कि भारत किसी भी चुनौती का मुकाबला करने के लिए तैयार है।
साथ ही, क्रिकेट पर उनकी टिप्पणी ने भारत-पाकिस्तान के खेल संबंधों पर भी सवाल उठाए, जो पहले भी राजनीतिक तनाव के कारण प्रभावित हुए हैं।
क्षेत्रीय प्रभाव
यह घटनाक्रम भारत और पाकिस्तान के बीच पानी और सुरक्षा को लेकर चल रहे विवाद को और गहरा सकता है। ओवैसी के बयान से यह स्पष्ट है कि वे भारत की नीति का समर्थन करते हैं, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी पूछा कि पानी को रोकने के बाद उसे कहां संग्रहित किया जाएगा, जो इस कदम की व्यावहारिक चुनौतियों की ओर इशारा करता है। यह मुद्दा आने वाले दिनों में दोनों देशों के बीच कूटनीतिक वार्ता और क्षेत्रीय स्थिरता पर असर डाल सकता है।