यूक्रेन का ड्रोन हमला: रूस के सैन्य ठिकानों पर निशाना, युद्ध में नया मोड़
कीव, 11 जून 2025: यूक्रेन ने मंगलवार रात रूस के दक्षिणी क्षेत्रों में सैन्य हवाई ठिकानों पर ड्रोन हमले किए, जिसने यूक्रेन-रूस युद्ध को नया मोड़ दे दिया। रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि अधिकांश ड्रोन्स को मार गिराया गया, लेकिन कुछ ठिकानों को नुकसान पहुँचा। यूक्रेन ने इसे रूसी आक्रामकता का जवाब बताया।
हमले का विवरण
10 जून 2025 की रात यूक्रेन ने रूस के रोस्तोव और क्रास्नोडार क्षेत्रों में ड्रोन्स से हमले शुरू किए। लक्ष्य में रूसी वायुसेना के दो हवाई अड्डे और एक तेल डिपो शामिल थे। यूक्रेन ने स्वदेशी Bayraktar TB2 और नए AI-संचालित ड्रोन्स का इस्तेमाल किया। रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि 20 में से 15 ड्रोन्स को नष्ट किया गया, लेकिन स्थानीय सूत्रों ने एक हवाई अड्डे पर आग और नुकसान की पुष्टि की।
यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनिकोव ने कहा, “यह हमला रूस की आक्रामकता का जवाब है। हम अपनी संप्रभुता की रक्षा करेंगे।”
पृष्ठभूमि
यूक्रेन-रूस युद्ध फरवरी 2022 में शुरू हुआ, जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया। तब से दोनों पक्षों ने ड्रोन और मिसाइल हमलों का सहारा लिया है। 2025 में यूक्रेन ने अपनी ड्रोन तकनीक को उन्नत किया, जिसमें AI और लंबी दूरी की क्षमता शामिल है। रूस ने हाल ही में यूक्रेन के बुनियादी ढांचे पर हमले तेज किए, जिसके जवाब में यह कार्रवाई हुई।
प्रभाव
हमलों से रूस के दो हवाई अड्डों पर हल्का नुकसान हुआ, और एक तेल डिपो में आग लग गई। कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ, लेकिन स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई। रूसी सेना ने प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी। यूक्रेन ने दावा किया कि यह हमला रूस की सैन्य आपूर्ति को बाधित करेगा।
सैन्य विश्लेषक कर्नल (रि.) अजय सिंह ने कहा, “ड्रोन युद्ध अब आधुनिक युद्ध का मुख्य हिस्सा है। यूक्रेन की यह रणनीति रूस को रक्षात्मक स्थिति में ला सकती है।”
वैश्विक प्रतिक्रियाएँ
NATO ने यूक्रेन के हमलों पर टिप्पणी से इनकार किया, लेकिन रूस ने इसे “आतंकवादी हमला” बताया। अमेरिका ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की। हिंदी समाचार चैनल AajTak ने इसे “युद्ध की नई रणनीति” बताया। संयुक्त राष्ट्र ने शांति वार्ता की माँग दोहराई।
भारत ने तटस्थ रुख अपनाया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, “हम युद्ध के शांतिपूर्ण समाधान के पक्षधर हैं।”
तकनीकी पहलू
यूक्रेन के ड्रोन्स में AI तकनीक का इस्तेमाल हुआ, जो स्वायत्त रूप से लक्ष्य को पहचान सकते हैं। रूस के पास भी उन्नत ड्रोन-रोधी सिस्टम हैं, लेकिन यूक्रेन की रणनीति ने उन्हें चुनौती दी। अधिक जानकारी के लिए Reuters देखें।
भविष्य की संभावनाएँ
ये हमले युद्ध को लंबा खींच सकते हैं। ड्रोन तकनीक की बढ़ती भूमिका वैश्विक सैन्य नीतियों को प्रभावित करेगी। यूक्रेन की यह रणनीति अन्य देशों के लिए प्रेरणा बन सकती है।