Delhi election 2025, कौन होगा भाग्यशाली? वोटिंग से पहले बड़ी भविष्यवाणी

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Delhi election 2025
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Delhi election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। सभी राजनीतिक दलों ने प्रचार अभियान तेज कर दिया है। आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस समेत सभी दलों के दिग्गज चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। दिल्ली में मतदान और नतीजों से पहले राजनीतिक दल अपने-अपने दावे कर रहे हैं। इसी बीच फलौदी सट्टा बाजार के आंकड़े सामने आए हैं। जिसे देखकर राजधानी दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है।

राजस्थान का फलौदी सट्टा बाजार राजनीति और चुनावी भविष्यवाणी के लिए काफी मशहूर है। लोकसभा हो या विधानसभा चुनाव, इस फलौदी सट्टा बाजार का आकलन अक्सर वास्तविक परिणाम के इर्द-गिर्द ही रहता है। दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर फलौदी सट्टा बाजार के सट्टेबाज सक्रिय हो गए हैं। फलौदी ने दिल्ली चुनाव को लेकर अपना ताजा अनुमान जारी किया है। जिसमें भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी बज रही है। वहीं आम आदमी पार्टी के लिए राहत की खबर है।

इस पार्टी को बहुमत मिलने की उम्मीद

फलोदी सट्टा बाजार के मुताबिक, दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने की उम्मीद है। आप को 39 से 41 सीटें मिल सकती हैं। जबकि भारतीय जनता पार्टी को 29 से 31 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं, कांग्रेस को लेकर फलोदी सट्टा बाजार ने कोई भविष्यवाणी नहीं की है। दिल्ली में कुल 70 विधानसभा सीटें हैं। यहां बहुमत का आंकड़ा 36 है। ऐसे में फलोदी सट्टा बाजार के अनुमान के मुताबिक आप पार्टी को बहुमत मिलने की संभावना नजर आ रही है। अब देखना यह है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे फलोदी सट्टा बाजार की इन भविष्यवाणियों को कितना सही साबित करते हैं।

दिल्ली में कुल 699 उम्मीदवार, 5 फरवरी को वोटिंग

बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 10 से 17 जनवरी तक नामांकन दाखिल किए गए थे। इस दौरान कुल 1521 फॉर्म दाखिल किए गए। जांच में 981 नामांकन फॉर्म सही पाए गए। नामांकन फॉर्म की जांच के बाद 719 उम्मीदवार बचे। 20 जनवरी को नाम वापसी के बाद कुल 699 उम्मीदवार मैदान में हैं। दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को वोटिंग होगी। 8 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे।

पिछले दो चुनावों के नतीजे

गौरतलब है कि साल 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि भारतीय जनता पार्टी ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की थी। साल 2015 के विधानसभा चुनाव में आप ने 67 और बीजेपी ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इन दोनों ही चुनावों में कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी।

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