महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में कोविड-19 की चिंताजनक स्थिति के मद्देनजर लॉकडाउन लगाने के शनिवार को संकेत दिये और उन्होंने जीवन रक्षा तथा कोरोना वायरस के प्रसार की कड़ी को तोड़ने के लिए सख्त पाबंदियां लगाने की बात कही।
राज्य में कोविड-19 के हालात पर चर्चा के लिए डिजिटल तरीके से आयोजित सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार गरीबों, मजदूरों और दिहाड़ी मजदूरों की जीविका का समाधान भी निकालेगी।
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान में ठाकरे के हवाले से कहा गया, ”मरीजों की संख्या इतनी तेजी से बढ़ रही है कि अगर हमने लॉकडाउन लगाने पर आज फैसला नहीं लिया तो, कल लॉकडाउन जैसी स्थिति अपने-आप पैदा हो जाएगी। आज हालात बिगड़ रहे हैं। हम राज्य में कोविड-19 विशेषज्ञ कार्यबल के गठन पर विचार कर रहे हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा, ”एक ओर जहां जनता की भावनाएं हैं, वहीं दूसरी ओर कोरोना वायरस संक्रमण महामारी है, ऐसे में अगर आप यह जंग जीतना चाहते हैं तो आपको कुछ मुश्किलों का सामना करना होगा।”
शनिवार तक महाराष्ट्र में 33,43,951 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है जिनमें से अभी तक 57,638 लोगों की मौत हुई है और 5,36,682 लोगों का इलाज चल रहा है।
इस बैठक में उप मुख्यमंत्री अजित पवार, मंत्री- अशोक चव्हाण, बालासाहेब थोराट, दिलीप वलसे पाटिल, एकनाथ शिंदे, जयंत पाटिल, राजेश टोपे, अमित देशमुख के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, विधानसभा में विपक्ष के नेता चन्द्रकांत पाटिल और अन्य लोगों ने हिस्सा लिया।
महाराष्ट्र के मुख्य सचिव सीताराम कुंटे ने बैठक में मौजूदा हालात की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा, ”अगर कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार के चक्र को तोड़ना है तो सख्त पाबंदियां लगानी होंगी। हमें पहले जीवन रक्षा को प्राथमिकता देनी होगी। अगर यह स्वास्थ्य आपातकाल है, तो ऐसे में नागरिकों का स्वास्थ्य और कल्याण पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के नेता फडणवीस की सलाह पर जरूर ध्यान दिया जाएगा। ठाकरे ने कहा कि सरकार रेमडेसिविर इंजेक्शन जारी करने, जांच रिपोर्ट जल्दी मिलने आदि पर तथा ऑक्सीजन की अबाध आपूर्ति पर गौर करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, ”पिछले साल लॉकडाउन में लोग अपने घरों में थे, जिससे मरीजों और उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाना आसान था। अब जबकि सबकुछ खुल चुका है, केन्द्र को इन दिक्कतों को समझना चाहिए।”
ठाकरे ने राज्य में टीकाकरण को विस्तार देने पर भी जोर दिया।