महामारी के खतरे को दरकिनार करते हुए विदेशी सैलानियों के लिए दुबई बना दुनिया का सबसे सुरक्षित पर्यटन स्थल

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पूरे विश्‍व में पिछले 18 माह से फैली वैश्विक कोरोना महामारी से अब भी लोग परेशान हैं। आलम ये है कि अब भी लोग बाहर निकलने में कतराते हैं। वहीं कुछ देशों ने अब भी घरेलू और अंतरराष्‍ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। वहीं कुछ देश ऐसे भी हैं जहां के कुछ राज्‍य या शहर लॉकडाउन की चपेट में आ रहे हैं। ऐसे में दुबई से आया एक सरकारी आंकड़ा बेहद हैरान करने वाला है। दरअसल, ये आंकड़ा कोरोना काल में दुबई की सैर करने वाले विदेशी सैलानियों से जुड़ा हुआ है।

हालांकि दुबई हमेशा से ही विदेशी सैलानियों की एक पसंदीदा जगह रही है। लेकिन कोरोना काल में पूरी विश्‍व में पर्यटन क्षेत्र को जबरदस्‍त नुकसान पहुंचा है। वहीं दुबई से आया आंकड़ा बताता है कि जुलाई 2020 से मई 2021 के बीच 3.70 करोड़ विदेशी सैलानियों ने दुबई की यात्रा की थी। दुबई के पर्यटन विभाग का कहना है कि दुबई की सीमा विदेशियों के लिए खोले हुए उसको एक वर्ष पूरा हो गया है। दुबई ने 7 जुलाई 2020 को अंतरराष्‍ट्रीय पर्यटकों को अपने यहां पर आने की इजाजत दी थी।

दुबई के डिपार्टमेंट ऑफ टूरिज्‍म एंड कॉमर्स मार्केटिंग (दुबई टूरिज्‍म) का ताजा आंकड़े से पता चलता है कि जुलाई से दिसंबर 2020 के बीच ही करीब 1.7 करोड़ विदेशी सैलानी दुबई पहुंचे थे। वहीं मौजूदा वर्ष में जनवरी-मई के बीच करीब 2 करोड़ विदेशी सैलानियों ने दुबई की राह पकड़ी। दुबई से मिले आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे कोरोना महामारी से जिस तरह से पूरे विश्‍व के बाजार को जबरदस्‍त धक्‍का लगा है वहीं दुबई ने इस चैलेंज में भी बेहतर तरीके से काम किया है। दुबई में कोरोना काल में लगाए गए कड़े प्रतिबंध न सिर्फ वहां पर महामारी को रोकने में सहायक साबित हुए हैं बल्कि इन मुश्किल हालातों में भी पर्यटकों के लिए दुबई दुनिया का एक सबसे सुरक्षित पर्यटन स्‍थल बना है।

शेख हमदान बिन मोहम्‍मद बिन राशिद अल मखतूम और दुबई के क्राउन प्रिंस और एग्‍जीक्‍यूटिव काउंसिल ऑफ दुबई के चेयरमेन ने इस बात एक बयान जारी कर कहा है कि कोरोना काल के दौरान यहां पर आयोजित एक्‍सपो 2020 में कोविड प्रोटोकॉल के नए मानक स्‍थापित किए गए थे। इससे न केवल यहां पर आने वाले सैलानियों को सुरक्षा का अहसास हुआ बल्कि इसने पूरी दुनिया में एक मील का पत्‍थर भी स्‍थापित किया।

दुबई की एक होटल मैनेजमेंट एनालिटिकल फर्म एसटीआर का कहना है कि दिसंबर 2020 के दौरान दुबई के होटल करीब 69 फीसद तक भरे हुए थे। वहीं जनवरी 2021 में ये करीब 66 फीसद तक भरे हुए थे। सिंगापुर के बाद विश्‍व में कोरोना काल के दौरान दुबई ही था जहां पर होटल इस तरह से भरे थे। इसके बाद पेरिस और लंदन का नंबर आता है।

कोरोना काल में भी जहां दुनिया के कई होटल सेक्‍टर को नुकसान हुआ है वहीं दुबई ने इसको एक अवसर के रूप में लिया और इसका फायदा भी उठाया है। आपको बता दें कि दुबई में कुल 591 होटल हैं जिनमें करीब एक लाख कमरे हैं। जुलाई 2020 से ही ये पूरे कोविड-19 प्रोटोकॉल के साथ पूरी तरह से खुले हैं। मई में यहां के होटलों में इजाफा हुआ है और अब इनकी संख्‍या बढ़कर 715 तक हो गई है।

इनमें 28 हजार कमरे में भी बढ़ गए हैं। जुलाई 2020 से मई 2021 के बीच दुबई के होटलों में करीब साढ़े पांच करोड़ घरेलू यात्री रुके थे। आपको हैरानी होगी कि इसी दौरान वर्ष 2019 में इनकी संख्‍या महम 2.66 करोड़ थी। इसका अर्थ है कि इसमें 106 फीसद का उछाल आया था। इसके लिए दुबई को अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर सम्‍मानित भी किया गया है।

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